इस वेबसाइट के भूत प्रेत पर आधारित सामग्री को केवल मनोरंजन के रूप में लें, यहाँ पर प्रकाशित अधिकतर कहानियाँ श्रुति पर आधारित है, हमारा उद्देश्य सिर्फ पाठकों को मनोरंजन प्रदान करना है न कि आधुनिक समाज में भूत-प्रेत के अस्तित्व को बढ़ावा देना।

March 6, 2014

अद्भुत ( हिन्दी उपन्यास) - चेप्टर 21

.... डिटेक्टीव्ह सॅम डिटेक्टीव बेकरके सामने बैठकर सब सुन रहा था. वह कबकी कहानी पुरी कर चूका था. लेकिन वह दर्दभरी कहानी सुनकर कमरेमें सारे लोग इतने द्रवित और अभिभूत हो गए थे की बहुत देर तक कोई कुछ नही बोला. कमरेमें एक अनैसर्गीक सन्नाटा छाया था.

एक प्रेम कहानीका ऐसा भयानक दर्दनाक अंत होगा? ....

किसीने नही सोचा था.

नॅन्सी और जॉनकी प्रेमकहानी कॅबिनमें उपस्थीत सभी लोगोंके दिलको छु गई थी.

थोडी देर बाद डिटेक्टीव सॅमने अपनी भावनाओंको काबुमें करते हूए पुछा,

'' क्या जॉनने पुलिस स्टेशनमें रिपोर्ट दर्ज की थी ?"'

'' नही ''

'' फिर ... यह सब तुम्हे कैसे पता ?''

'' क्योंकी नॅन्सीका भाई ... जॉर्ज कोलीन्सने रिपोर्ट दर्ज की थी. ''

'' लेकिन उसनेभी रिपोर्ट कैसे दर्ज की ? ... मेरा मतलब है उसे वह सबकुछ पता कैसे चला? ... क्या जॉन उसे मिला था ? '' सॅमने एकके बाद एक सवालोकी छडी लगा दी.

''नही ... जॉन उसे उस घटनाके बाद कभी नही मिला.. .'' बेकरने कहा.

'' फिर उसे खुनी कौन है यह कैसे पता चला ?'' सॅमको अब उसे सता रहे सारे सवालोंके जवाब मिलनेकी जल्दी हो रही थी.

'' कुछ महिने पहले जॉनने नॅन्सीके भाईको इस घटनाके बारेमें खत लिखकर सब जानकारी लिखी थी... उसमें उसने उन चार लोगोंके नाम पते भी लिखे थे. ...''

'' फिर रिपोर्टका नतिजा क्या निकला ?'' सॅमने अगला सवाल पुछा.

''... इस केसपर हमनेही तहकिकात की थी... लेकिन ना नॅन्सीकी डेड बॉडी मिली थी ... ना जॉन मिला जो की इस घटना का अकेला और बहुत अहम चश्मदीद गवाह था... इसलिए केस बिना कुछ नतिजेके वैसीही लटकी रही ... और अभीभी वैसीही लटकी पडी है... ''

'' अच्छा ... जॉनका कुछ अता पता ?'' सॅमने पुछा.

'' उसके बारेमें किसीकोभी कुछ पता नही चला... उस घटनाके बाद वह कभी उसके अपने घरभी नही आया ... वह जिंदा है या मरा ... इसकाभी कुछ पता नही चला... सिर्फ उसके जॉनको आए खतसे ऐसा लगता है की वह जिंदा होना चाहिए... लेकिन अगर वह जिंदा है तो छिप क्यो रहा है? ... यही एक बात समझमें नही आती.....''

'' उसका कारण सिधा है ... '' इतनी देरसे ध्यान देकर सुन रहे सॅमके साथीने कहा.

'' हां ....उसका एकही कारण हो सकता है की ... हालहीमें जो दो कत्ल हूए उसमें जॉनकाही हाथ हो सकता है.. और इसलिएही मैने तुम्हे यहां बुलाकर यह सब जानकारी तुम्हे देना मुनासीब समझा ...'' बेकरने कहा.

'' बराबर है तुम्हारा... इस खुनमें जॉनका हाथ हो सकता है ऐसा मान लेनेकी काफी गुंजाईश है... लेकिन मुझे एक बात समझमें नही आती है की ... जब वह कमरा या मकान अंदरसे और सब तरफसे बंद होता है तब वह खुनी अंदर पहूंचता कैसे है ? ... वह सारे कत्ल कैसे कर रहा है यह एक ना सुलझनेवाली पहेली बन चूकी है ''

'' अच्छा जब नॅन्सीके भाईको इस घटनाके बारेमें पता चला तो उसकी प्रतिक्रीया क्या थी ? ... और अब केसके नतिजेमें देरी हो रही है इसके बारेंमे उसकी प्रतिक्रिया कैसी है ?''

'' वह आदमी पागलोंजैसा हो चूका है ... इस पुलिस स्टेशनमें उसकी हमेशा चक्कर रहती है... और केसका आगे क्या हूवा यह वह हमेशा पुछता रहता है ... वह यह सब फोन करकेभी पुछ सकता है ... लेकिन नही वह खुद यहां आकर पुछता है ... मुझे तो उसपर बहुत तरस आता है ... लेकिन अपने हाथमें जितना है उतनाही हम कर सकते है... '' बेकरने कहा.

'' इसका मतलब हालहीमें जो दो खुन हूए उसका कातिल नॅन्सीका भाई जॉर्जभी हो सकता है .. '' सॅम ने कहा.

'' आपने उसे देखना चाहिए... उसकी तरफ देखकर तो ऐसा नही लगता... '' बेकरने कहा.

'' लेकिन यह एक संभावना है जिसे हम झुटला नही सकते ...'' सॅमने प्रतिवाद किया.

डिटेक्टीव बेकरने थोडी देर सोचा और फिर हांमे अपना सर हिलाया.


क्रमश:...

No comments:

Post a Comment